ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए भारत लौटे NRI
विदेश में बसी अपनी गृहस्थी छोड़कर भारत किसान आंदोलन को सपोर्ट करने पहुंचे एनआरआई
पटियाला के पांतड़ा कस्बे से संबंध रखने वाला गुरपिंदर सिंह Belgium से लौटा है. वह अपनी बोलेरो के पीछे ट्रॉली बांधकर सिंघु बॉर्डर की तरफ चल पड़ा है. गुरपिंदर किसान परिवार से है. उसका कहना है कि वह पिता के आदेश पर बेल्जियम से वापस आया है.
किसान आंदोलन में सेवा करने के लिए सिंघु बॉर्डर पर किसानों को साथ लेकर जा रहे हैं. 26 जनवरी को वहां होने वाली ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेंगे. ऐसा नजारा कई जगह देखने को मिला. किसान आंदोलन में अब एनआरआई भी शिरकत करने आ रहे हैं. ये वे लोग हैं जिनके पिता किसान हैं और वह कृषि कानून के विरोध में हैं.

किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए एनआरआई दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच रहे हैं. नए कृषि कानूनों से नाराज किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन करते हुए 50 दिन हो गए हैं. विदेश में बसी अपनी गृहस्थी छोड़कर भारत किसान आंदोलन को सपोर्ट करने पहुंचे एनआरआई का कहना है कि जब तक कृषि के तीन कानून रद्द नहीं होते हमारा विरोध जारी रहेगा.

वह दिल्ली बॉर्डर पर ही किसानों को समर्थन और सेवा करेंगे. भारत में किसान आंदोलन की खबर मिलने पर कई विदेश में रहने वाले भारतीय वापस लौट रहे हैं. कई ग्रुप दिल्ली जाते हुए दिखे, जो कह रहे हैं कि वह कृषि कानून में खिलाफ हो रहे आंदोलन को सपोर्ट करने आये हैं.