नावेद अयाज़ सहाब इस खतरनाक और दर्द नाक बीमारी के बीच अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी लोगो की मदद कर रहे है
नावेद अयाज़ अमरोहा शहर के नौजवानों में एक मोतबर नाम है।
और मेरे बड़े भाई के अज़ीज़ दोस्त है यानी मेरे भी बड़े भाई है और मुझसे काफी क्लोज़ भी हैं हमारे बीच क़ौम और मिल्लत के फला और महमूद के ताल्लुक से अक्सर बात होती है यूँ तो शहर में युवा नेताओ की तादात इतनी है के कोई मुसाफिर अगर अमरोहा में इस्तनजे के लिए रुके तो मिट्टी के डल्ले की जगह युवा नेता हाथ मे आ जाता है।
और अक्सर ऐसे युवा नेताओ को ही शास्त्रों में मिनी भक्त कहा गया है।

बहराल मेरे भाई नावेद अयाज़ सहाब इस खतरनाक और दर्द नाक बीमारी के बीच अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी लोगो की मदद कर रहे है और उनकी टीम उनके साथ बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है।

बिना प्रचार के नावेद भाई लोगो को ऑक्सिएजन मुहैय्या करा रहे थे लेकिन वो ही जबसे हमारे उत्त्तर प्रदेश से सपा सरकार गई है तो गुंडई और गलत काम उन लोगो को करने के लिए नही मिल रहे तो कोठी वाले इस वक्त घर से नही निकल पा रहे है जैसे NRC मामले में नही निकले बस उन्ही के चाहने वाले जो कभी पढ़ लिख नही पाय ना कोई जाइज़ कारोबार कर पाय NRC से लेकर अब तक शहर गवाह है
उनके लोग मुखबिरी और दलाली कर के नेता बन रहे है अपनी औलाद को हराम खिला रहे है ताकि उनकी औलाद भी हरामी उठे में और मेरे भाई नावेद अयाज़ सहाब इस घिनोनी हरकत पर भी उनको अपनी नेक दुआओ से नवाज़ रहे है के अल्लाह हमारे शहर के मुखबीरो को दल्लो को नेक हिदायत दे और सरातल मुस्ताकिंम के रास्ते पर चलने की तौफीक नसीब अता फरमाय या अल्लाह मेरे बड़े को अपनी हिफ्ज़ों अमान में रखे शैतान के शर से मेरे भाइयो और इनकी पूरी टीम की हिफाज़त फरमाय आमीन या रब्बुल अलामीन।
मेरी इस पोस्ट को सियासी ना समझना कम अक्ल बच्चो।
ये खिदमत वाले लोगो को परेशान करा जा रहा है तो अपने जज़्बातों और अपने दर्द को आप लोगो के सामने रखा हूँ।